गुरुवार, 22 दिसंबर 2011

सम्मान समारोह ---मीनाक्षी स्वामी

                 अखिल भारतीय विद्वत् परिषद, वाराणसी द्वारा वाराणसी में पिछले दिनों भव्य आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि थे पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री श्री आरिफ मोहम्मद खान। अति विशिष्ट अतिथि संविधान विशेषज्ञ श्री सुभाष कश्यप,  संस्कृत अकादमी गुजरात के निदेशक श्री जयप्रकाश नारायण द्विवेदी, महर्षि पणिनी संस्क्रत विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य मिथिला प्रसाद त्रिपाठी, वेंकटेश वेद विश्वविद्यलय के कुलपति श्री सुदर्शन शर्मा।
                आरम्भ में अतिथियों ने दीप प्रज्जवन कर आयोजन का शुभारंभ किया।
                श्री आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि हमारी पहचान भारतीयता है। इसे कायम कर लें तो हम दुनिया में सबसे ताकतवर हो जाएंगें। संविधान विशेषज्ञ श्री सुभाष कश्यप ने कहा कि आज विद्या का अवमूल्यन हो गया है, संस्क्रत की पुनर्स्थापना से यह उन्नत होगा।



                इस आयोजन में मेरे उपन्यास ‘भूभल’ को कादम्बरी पुरस्कार से पुरस्क्रत किया गया। पुरस्कार स्वरूप पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री श्री आरिफ मोहम्मद खान, संविधान विशेषज्ञ श्री सुभाष कश्यप, संस्कृत अकादमी गुजरात के निदेशक श्री जयप्रकाश द्विवेदी व संस्था के अध्यक्ष श्री जयशंकर त्रिपाठी द्वारा ग्यारह हजार रुपये, वाग्देवी प्रतिमा, प्रशस्ति पत्र, शाल, श्रीफल प्रदान किए गए।
                इस अवसर पर डा. कामेश्वर उपाध्याय की पुस्तक "हिंदू जीवन पद्धति" का लोकार्पण भी हुआ। कार्यक्रम का संचालन किया डा. कामेश्वर उपाध्याय ने।